
मितिः २०८१ चैत २४ गते, आईतबार

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शिव प्रसाद पाठक
नेपालगन्ज–६, फुल्टेक्रा
हम लाए हे मतदान से कुर्सि निकाल के ।
इस कुर्सि को रखना मेरे बच्चे सम्हाल के
हम लाए है…………………
पांच वर्ष तक कुर्सि ये राज करना ।
डरना नही किसी से, तुम सब को चोट देना ।।
रखना कदम हमेशा तुम खुद को सम्हाल के
हम लाए है ………………….
इन्सानियत के सर पर बैमानियत को रखना ।
सच की कभी न कहना तुम भूल भाल के ।
दल को बदलते रहना मौका को जानकर ।
हम लाए है ………………
सहकारी को खूब खाना भ्रष्टाचार को बढाना
कमीशन कभी न छोडना तुम किसी हाल मे
टी. स्टेट की बनाना अपना बनाते जाना तुम जान लेना
इसको भी जानकार ।
हम लाए है……….
शरणार्थि की पठाना सोना भी खूब खाना
महगाई को बढाना तुम जान जान के ।
हम लाए है……….
तस्कर से मेल रखना गुण्डै पचास पालना
अपने काम के समय में सबका प्रयोग करना
डरना नहीं किसी भी शक्ती प्रभाव से
हम लाए है………..
चुनाव जब भी आए तुम विल कुल न घबराए
अपने क्षेत्र में जाकर दारु खूब पिलाए
कुछ नीट वाँट–वाँट कर, मत खरीद लाए
फिर जीत के फिर से आना संसद में शान से
हम लाए है…………
ललिता निवास खाना आर एन ए सी को डुवाना
नेपाल को वोट कर खाना अपना ही जानकर
हम लाए है……..
हप्यारो को छुडाना, भ्रष्टाचारी को बचाना
इन सब की अपना समझना तुम वाप जान कर
हम लाए है……………